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बीएससी सेमेस्टर-1 जन्तु विज्ञान

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2022
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 2657
आईएसबीएन :0

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बीएससी सेमेस्टर-1 जन्तु विज्ञान

प्रश्न- न्यूक्लिक अम्ल क्या होते हैं? डी.एन.ए. की संरचना तथा प्रकृति का वर्णन कीजिए।

सम्बन्धित लघु उत्तरीय प्रश्न
1. न्यूक्लिक अम्ल क्या हैं?

2. न्यूक्लिक अम्ल का रासायनिक संगठन बताइए।
3. निम्नलिखित पर टिप्पणी लिखिए:
(i) न्यूक्लियोटाइड्स
(ii) न्यूक्लियोसाइड्स
(iii) DNA का जैविक महत्व

उत्तर -

न्यूक्लिक अम्ल
(Nucleic Acid)

न्यूक्लिक अम्ल की खोज सन् 1871 में सर्वप्रथम स्वीस जैव रसायनज्ञ फ्रेड्रिक मिशर (Freidrick Miescher) ने मवाद कोशिकाओं (pus cells) के केन्द्रक में की थी। केन्द्रक में पाये जाने वाले इस पदार्थ को उन्होंने न्यूक्लिन की संज्ञा दी। अल्टमान नामक वैज्ञानिक ने सन् 1889 के इस पदार्थ को न्यूक्लिक अम्ल कहा तथा यह भी बताया की यह पदार्थ सभी जीवधारियों के अन्दर उपस्थित रहता है। केन्द्रकों में पाये जाने वाले अम्लीय स्वभाव के कारण इसे न्यूक्लिक अम्ल कहते हैं। न्यूक्लिक अम्ल दो प्रकार के होते हैं- (i) डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक अम्ल (deoxyribonucleic acid) तथा राइबोन्यूक्लिक अम्ल (ribonucleic acid)। डी.एन.ए. मुख्य रूप से कोशिका के केन्द्रक के क्रोमेटिन में पाया जाता है जबकि आर. एन. ए. का 90 प्रतिशत भाग कोशिका द्रव्य में तथा 10 प्रतिशत आर. एन. ए.. केन्द्रिका (nucleolus) में पाया जाता है। इसके अतिरिक्त क्लोरोप्लास्ट तथा माइटोकाण्ड्रिया में भी डी. एन. ए. की कुछ मात्रा पायी जाती है।

न्यूक्लिक अम्ल कार्बन (C), हाइड्रोजन (H), ऑक्सीजन (O), नाइट्रोजेन (N) तथा फॉस्फोरस (P) से मिलकर बने होते हैं।

न्यूक्लिक अम्ल का रासायनिक संगठन
(Chemical Composition of Nucleic Acid)

रासायनिक विश्लेषणों से ज्ञात होता है कि न्यूक्लिक अम्ल तीन भिन्न प्रकार के यौगिकों के अणुओं से मिलकर बनता है -

1. पेण्टोज शर्करा (Pentose Sugar or 5 C Sugar) - न्यूक्लिक अम्ल में दो प्रकार की शर्करायें पायी जाती हैं -
(a) राइबोज शर्करा (Ribose Sugar) -
यह शर्करा RNA के न्यूक्लिओटाइड्स में पायी जाती है।
(b) डीऑक्सीराइबोज शर्करा (Deoxyribose Sugar) -
इस शर्करा में ऑक्सीजन का एक परमाणु कम होता है तथा यह केवल DNA के न्यूक्लिओटाइड्स में पायी जाती है।

 

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DE-OXYRIBOSE SUGAR

2. फॉस्फोरिक अम्ल (Phosphoric Acid) - यह RNA तथा DNA दोनों न्यूक्लिक अम्लों के न्यूक्लिओटाइड्स में उपस्थित होता है।

3. नाइट्रोजन क्षार (Nitrogen Bases) - इनके अणु वलय (ring) की तरह होते हैं नाइट्रोजन क्षार दो प्रकार के होते हैं -

(a) पिरीमिडीन क्षार (Pyrimidine Bases) - ये एक वलय वाले नाइट्रोजन क्षार होते हैं। पिरीमिडीन क्षार तीन प्रकार के होते हैं -

(i) साइटोसिन = C (Cytosine = C) - यह RNA तथा DNA दोनों में पाया जाता है
(ii) थायमीन = T (Thymine = T) - यह केवल DNA में पाया जाता है।
(iii) यूरेसिल = U (Uracil = U) - ये केवल RNA में उपस्थित होता है।

(b) प्यूरीन क्षार (Purine Bases) - ये दो वलय वाले नाइट्रोजन क्षार हैं ये दो प्रकार के होते हैं -

(i) एडीनीन = A (Adenine = A) - यह DNA तथा RNA दोनों में उपस्थित होते हैं।
(ii) ग्वानीन = G (Guanine = G) - यह भी DNA तथा RNA दोनों में पाया जाता

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DNA में पाये जाने वाले प्यूरीन ऐडेनीन एवं ग्वानीन

इस प्रकार प्रत्येक न्यूक्लियोटाइड इकाई एक शर्करा, एक क्षार तथा एक फॉस्फोरिक अम्ल से मिलकर बनी होती है।

न्यूक्लिओसाइड्स (Nucleosides) - जब प्यूरीन या पिरीमिडीन क्षार का एक अणु पेण्टोज शर्करा के साथ जुड़ता है तो इसे न्यूक्लियोसाइड्स कहा जाता है। न्यूक्लियोसाइड्स में फॉस्फोरिक अम्ल नहीं पाया जाता है। नाइट्रोजन क्षार पेण्टोज शर्करा के साथ 3- ग्लाइकोसिडिक लिंकेज (बन्ध) द्वारा जुड़ा रहता है और इनका नामकरण उपस्थित प्यूरीन्स या पिरिमिडीन्स के अनुसार किया जाता है।

एक न्यूक्लियोसाइड की शर्करा का कार्बन (C) संख्या 1, एक पिरीमिडीन के तीसरे स्थान पर • उपस्थित नाइट्रोजन (N) के साथ जुड़ा रहता है तथा प्यूरीन में यह नौवें स्थान पर जुड़ा रहता है।

न्यूक्लिओसाइड = नाइट्रोजन क्षार + पेण्टोज शर्करा

न्यूक्लिओटाइड्स (Nucleotides) - न्यूक्लिओसाइड्स के फॉस्फेट एस्टर्स (esters) न्यूक्लिओटाइड्स कहलाते हैं जिनकी प्रकृति अम्लीय (acidic) होती है। प्यूरीन अथवा पिरीमिडीन रासायनिक बन्ध द्वारा डीऑक्सीराइबोज शर्करा से जुड़ती हैं तथा ये शर्करा फॉस्फेट समूह से जुड़कर एक न्यूक्लिओटाइड का निर्माण करती है अतः

न्यूक्लिओटाइड = पेण्टोज शर्करा + नाइट्रोजन क्षार + फॉस्फोरिक अम्ल

DNA की पॉलिन्यूक्लिओटाइड श्रृंखला
(Polynucleotide Chain of DNA)

DNA का प्रत्येक वृहत् अणु हजारों न्यूक्लिओटाइड्स से मिलकर बनता है। इस प्रकार DNA एक पॉलीन्यूक्लिओटाइड श्रृंखला है। इस न्यूक्लिओटाइड श्रृंखला में फॉस्फोरिक अम्ल का एक अणु एस्टर बन्ध द्वारा डीऑक्सीराइबोज शर्करा के 5वें कार्बन परमाणु से जुड़ा होता है। एक न्यूक्लिओटाइड के फॉस्फेट अणु और शर्करा अणु के बीच फॉस्फोडायस्टर बन्ध बनता है।

इस प्रकार एक फॉस्फेट शर्करा श्रृंखला बनती है। इसे पॉलीन्यूक्लिओटाइड श्रृंखला कहते हैं। फॉस्फेट अणु डीऑक्सीराइबोज शर्करा के तीसरे तथा नाइट्रोजन क्षार इसके प्रथम कार्बन से जुड़ते हैं। इस पॉलीन्यूक्लिओटाइड श्रृंखला के एक सिरे की शर्करा का C-3 तथा दूसरे सिरे का C-5 किसी भी न्यूक्लिओटाइड से नहीं जुड़ते हैं। अतः इन सिरों को क्रमशः 3' तथा 5' सिरे कहते हैं। DNA की यह पॉलीन्यूक्लिओटाइड श्रृंखला सीधी न होकर कुण्डलिनी के रूप में होती है।

 

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DNA का जैविक महत्व
(Biological Significance of DNA)

1. DNA का सबसे महत्वपूर्ण कार्य आनुवंशिक सूचनाओं को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में ले जाना होता है।
2. इनसे क्रोमोसोम का निर्माण होता है जो कोशा की क्रियाविधि का नियमन करते हैं।
3. DNA प्रोटीन संश्लेषण की क्रिया में निदेशक का कार्य करता है इस प्रक्रिया में यह अपना संकेत m-RNA द्वारा कोशिका द्रव में पहुँचता है जिसके फलस्वरूप राइबोसोम पर प्राटीन का निर्माण होता है।
4. अपने कुछ विकरों (enzyme) की सहायता से DNA m. RNA का कार्य करता है यह mRNA प्रोटीन संश्लेषण में संदेशवाहक का कार्य करता है।
5. DNA में पुनरावृत्ति की क्षमता होती है।
6. क्रोमोसोम में उपस्थित कुछ DNA से केन्द्रिका का निर्माण होता है।

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    अनुक्रम

  1. प्रश्न- कोशा कला की सूक्ष्म संरचना जानने के लिए सिंगर और निकोल्सन की तरल मोजैक विचारधारा का वर्णन कीजिए।
  2. प्रश्न- कोशिका सिद्धान्त से आप क्या समझते हैं? प्राणि कोशिका का नामांकित चित्र बनाइए तथा पाँच कोशिका उपांगों के मुख्य कार्यों का वर्णन कीजिए।
  3. प्रश्न- निम्नलिखित वैज्ञानिकों पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए - (i) एन्टोनी वान ल्यूवेन हॉक (ii) श्लीडेन तथा श्वान्स
  4. प्रश्न- अन्तरकोशिकीय संचार या कोशिका कोशिका अन्तर्क्रिया पर टिप्पणी लिखिए।
  5. प्रश्न- कोशिका-एडहेसन का वर्णन कीजिए।
  6. प्रश्न- निम्नलिखित पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए - (i) माइक्रोट्यूब्ल्स (ii) माइक्रोफिलामेन्टस (iii) इन्टरमीडिएट फिलामेन्ट
  7. प्रश्न- माइटोकॉण्ड्रिया की संरचना व कार्यों का वर्णन कीजिए।
  8. प्रश्न- एण्डोप्लाज्मिक रेटीकुलम की संरचना तथा कार्यों का विस्तृत वर्णन कीजिए।
  9. प्रश्न- राइबोसोम की संरचना एवं कार्यों का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
  10. प्रश्न- परऑक्सीसोम पर टिप्पणी लिखिए।
  11. प्रश्न- वेंकटरमन रामाकृष्णन पर टिप्पणी लिखिए।
  12. प्रश्न- बाह्य प्रोटीन और समाकल प्रोटीन कोशिका कला की पारगम्यता को किस प्रकार प्रभावित करती हैं?
  13. प्रश्न- हरितलवक और माइटोकॉण्ड्रिया में मिलने वाले समान लक्षणों का वर्णन कीजिए।
  14. प्रश्न- परॉक्सीसोम किन कोशिकांगों के साथ मिलकर प्रकाशीय श्वसन (फोटोरेस्पिरेशन) की क्रिया सम्पन्न करता है? प्रकाशीय श्वसन के जैविक कार्यों की समीक्षा प्रस्तुत कीजिए।
  15. प्रश्न- केन्द्रक की संरचना का चित्र सहित वर्णन कीजिए।
  16. प्रश्न- उपयुक्त आरेखों के साथ गुणसूत्र आकारिकी व परासंरचना का वर्णन कीजिए।
  17. प्रश्न- “गुणसूत्रों की विशेष किस्में” विषय पर एक निबन्ध लिखिए।
  18. प्रश्न- न्यूक्लिक अम्ल क्या होते हैं? डी.एन.ए. की संरचना तथा प्रकृति का वर्णन कीजिए।
  19. प्रश्न- वाट्सन तथा क्रिक के द्वारा प्रस्तुत डी. एन. ए. की संरचना का वर्णन कीजिए तथा डी. एन. ए. के विभिन्न प्रकार बताइए।
  20. प्रश्न- राइबोन्यूक्लिक अम्लों की रचना का वर्णन कीजिए तथा इसके जैविक एवं जैव-रासायनिक महत्व पर प्रकाश डालिए।
  21. प्रश्न- मेसेल्सन एवं स्टेहल के उस प्रयोग का वर्णन कीजिए जो अर्द्ध-संरक्षी डी. एन. ए. पुनरावृत्ति को प्रदर्शित करता है।
  22. प्रश्न- जेनेटिक कोड पर टिप्पणी लिखिए।
  23. प्रश्न- गुणसूत्रों की रचना एवं प्रकार का वर्णन कीजिए।
  24. प्रश्न- न्यूक्लिओसोम का वर्णन कीजिए।
  25. प्रश्न- सहलग्नता क्या है? उचित उदाहरण देते हुए इसके महत्त्व की चर्चा कीजिए।
  26. प्रश्न- क्रॉसिंग ओवर को उदाहरण सहित समझाइए तथा इसके महत्व पर प्रकाश डालिए।
  27. प्रश्न- सेण्ट्रोसोम की परिभाषा लिखिए।
  28. प्रश्न- क्रोमेटिन के प्रकारों को बताते हुए हेटेरोक्रोमेटिन को विस्तार से समझाइये।
  29. प्रश्न- किसी एक प्रायोगिक साक्ष्य द्वारा सिद्ध कीजिये कि डी.एन.ए. ही आनुवांशिक तत्व है।
  30. प्रश्न- गुणसूत्र पर पाये जाने वाले विभिन्न अभिरंजन और पट्टिका प्रतिमानों का वर्णन कीजिए।
  31. प्रश्न- B गुणसूत्र का संक्षेप में वर्णन कीजिए।
  32. प्रश्न- डी.एन.ए. और आर.एन.ए. में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
  33. प्रश्न- RNA कौन-सा आनुवंशिक कार्य DNA की तरह पूरा करता है?
  34. प्रश्न- नीरेनबर्ग तथा एच.जी.खोराना के योगदान का वर्णन कीजिए।
  35. प्रश्न- क्या RNA का एक स्ट्रेण्ड दूसरा स्ट्रेण्ड संश्लेषित कर सकता है?
  36. प्रश्न- DNA की संरचना फॉस्फोरिक एसिड, पेन्टोज शर्करा तथा नत्रजन क्षार से होती है। इसके वस्तुतः आनुवंशिक तत्व कौन से हैं?
  37. प्रश्न- वाटसन एण्ड क्रिक पर टिप्पणी लिखिए।
  38. प्रश्न- DNA की पुनरावृत्ति में सहायक एन्जाइमों का वर्णन कीजिए।
  39. प्रश्न- कोशिका चक्र से आप क्या समझते हैं? इण्टरफेज में पायी जाने वाली कोशिका चक्र की विभिन्न प्रावस्थाओं का वर्णन कीजिए।
  40. प्रश्न- समसूत्री कोशिका विभाजन का विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए तथा समसूत्री के महत्व पर एक टिप्पणी लिखिए।
  41. प्रश्न- अर्धसूत्री कोशिका विभाजन का सविस्तार वर्णन कीजिए तथा इसके महत्व का उल्लेख कीजिए।
  42. प्रश्न- समसूत्री तथा अर्धसूत्री विभाजन में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
  43. प्रश्न- एक संकर संकरण क्या है? कम से कम दो उदाहरणों को बताइए।
  44. प्रश्न- स्वतन्त्र अपव्यूहन के नियम को समझाइए।
  45. प्रश्न- एक उपयुक्त उदाहरण देते हुए अपूर्ण प्रभाविकता पर एक टिप्पणी लिखिए।
  46. प्रश्न- जन्तुओं में लिंग निर्धारण की विभिन्न विधियों का वर्णन कीजिए।
  47. प्रश्न- मानव में लिंग निर्धारण कैसे होता है?
  48. प्रश्न- लिंग निर्धारण में प्राकृतिक कारकों के प्रभाव का उदाहरण सहित विस्तृत वर्णन कीजिए।
  49. प्रश्न- वंशानुगत तथा आनुवंशिकी में अन्तर बताइए।
  50. प्रश्न- आनुवंशिकी का जनक किसको वस्तुतः कहा जाता है?
  51. प्रश्न- समप्रभाविता की वंशागति को समझाइए।
  52. प्रश्न- “समलक्षणी जीवों की जीनी संरचना भिन्न हो सकती है। यह कथन सही है अथवा गलत? क्यों?
  53. प्रश्न- ग्रीगर जॉन मेण्डल के योगदान को रेखांकित कीजिए।
  54. प्रश्न- कौन-सा कोशिका विभाजन गैमीट पैदा करता है?
  55. प्रश्न- स्यूडोडोमिनेंस पर टिप्पणी लिखिए।
  56. प्रश्न- टेस्ट क्रॉस एवं बैक क्रॉस में अन्तर बताइए।
  57. प्रश्न- टेस्ट क्रॉस तथा बैक क्रॉस को समझाइए।
  58. प्रश्न- मानव में बार बॉडी के महत्व को समझाइये।
  59. प्रश्न- लिंग प्रभावित वंशागति एवं लिंग सीमित वंशागति में अन्तर बताइए।
  60. प्रश्न- लिंग सहलग्न, लिंग प्रभावित और लिंग सीमाबद्धित लक्षणों के बीच सोदाहरण विभेदकीजिए।
  61. प्रश्न- मेरी एफ. लिओन की परिकल्पना समझाइए।
  62. प्रश्न- कारण स्पष्ट कीजिए कि नर मधुमक्खी में शुक्राणुओं का निर्माण समसूत्री विभाजन द्वारा क्यों होता है?
  63. प्रश्न- ZW टाइप लिंग निर्धारण पर टिप्पणी लिखिए।
  64. प्रश्न- पक्षियों में लिंग निर्धारण प्रक्रिया का वर्णन कीजिए।
  65. प्रश्न- स्तनधारी मादा की शुरूआती अवस्था में कौन-सा X क्रोमोसोम हेट्रोक्रोमेटाइज हो जाता है, माता का या पिता का?
  66. प्रश्न- मल्टीपिल ऐलीलिज्म पर एक निबन्ध लिखिए।
  67. प्रश्न- Rh-तत्व क्या है? इसके महत्व एवं वंशागति का वर्णन कीजिए।
  68. प्रश्न- जीन की अन्योन्य क्रिया से आप क्या समझते हैं? उदाहरणों की सहायता से जीन की अन्योन्य क्रिया की विधि का वर्णन कीजिए।
  69. प्रश्न- सहलग्नता क्या है? उचित उदाहरण देते हुए इसके महत्त्व की चर्चा कीजिए।
  70. प्रश्न- क्रॉसिंग ओवर को उदाहरण सहित समझाइए तथा इसके महत्व पर प्रकाश डालिए।
  71. प्रश्न- एक स्त्री का रक्त समूह 'AB' व उसके बच्चे का रक्त समूह '0' है। कारण सहित स्पष्ट कीजिए कि उस बच्चे के पिता का रक्त समूह क्या होगा?
  72. प्रश्न- एक Rh + स्त्री, Rh पुरुष से शादी करती है। इनकी संतति में एरेथ्रोब्लास्टोसिस की क्या सम्भावना है?
  73. प्रश्न- लैंडस्टीनर के योगदान का वर्णन कीजिए।
  74. प्रश्न- रक्त समूह को समझाइए।
  75. प्रश्न- जिनोम को परिभाषित कीजिए।
  76. प्रश्न- 'गृह व्यवस्थापक जीन' या 'रचनात्मक जीन' के बारे में बताइये।
  77. प्रश्न- प्रभावी तथा एपीस्टेटिक जीन में क्या अन्तर है?
  78. प्रश्न- लीथल जीन्स पर टिप्पणी लिखिए।
  79. प्रश्न- पूरक जीन क्रिया को परिभाषित कीजिए।
  80. प्रश्न- गुणसूत्र पर पाये जाने वाले विभिन्न अभिरंजन और पट्टिका प्रतिमानों का वर्णन कीजिए।
  81. प्रश्न- हेट्रोक्रोमेटिन और उसके लक्षण पर टिप्पणी लिखिए।
  82. प्रश्न- क्रासिंग ओवर उद्विकास की प्रक्रिया है। स्पष्ट कीजिए।
  83. प्रश्न- लिंकेज ग्रुप पर टिप्पणी लिखिए।
  84. प्रश्न- सामान्य मानव कैरियोटाइप का वर्णन कीजिए।
  85. प्रश्न- गुणसूत्रीय विपथन पर एक निबन्ध लिखिए।
  86. प्रश्न- असुगुणिता किसे कहते हैं? विभिन्न प्रकार की असुगुणिताओं का वर्णन कीजिए तथा इनकी उत्पत्ति के स्रोत बताइए।
  87. प्रश्न- लिंग सहलग्न वंशागति से आप क्या समझते हैं? मनुष्य या ड्रोसोफिला के सन्दर्भ में इस परिघटना का उदाहरणों सहित विवेचन कीजिए।
  88. प्रश्न- क्लाइनफिल्टर सिंड्रोम कार्यिकी अथवा गुणसूत्र के असामान्य स्थिति का परिणाम है। स्पष्ट कीजिए।
  89. प्रश्न- मंगोलिज्म या डाउन सिन्ड्रोम क्या है?
  90. प्रश्न- टर्नर सिन्ड्रोम उत्पन्न होने के कारण एवं उनके लक्षण लिखिए।
  91. प्रश्न- समक्षार उत्परिवर्तन पर टिप्पणी लिखिए।
  92. प्रश्न- अनुप्रस्थ विस्थापन पर टिप्पणी लिखिए।
  93. प्रश्न- पोजीशन एफेक्ट क्या है? उदाहरण सहित वर्णन कीजिए।
  94. प्रश्न- लिंग सहलग्नता प्रक्रिया को समसूत्री नर व समसूत्री मादा में स्पष्ट कीजिए।
  95. प्रश्न- वर्णान्ध व्यक्ति रेलवे ड्राइवर क्यों नहीं नियुक्त किये जाते हैं?
  96. प्रश्न- मानव वंशागति के अध्ययन में क्या मुख्य कठिनाइयाँ हैं?
  97. प्रश्न- संक्रामक जीनों से आप क्या समझते हैं?
  98. प्रश्न- वंशावली विश्लेषण पर टिप्पणी लिखिए।
  99. प्रश्न- लिंग सहलग्न वंशागति के प्रारूप का वर्णन कीजिए।
  100. प्रश्न- अफ्रीकी निद्रा रोगजनक परजीवी की संरचना एवं जीवन चक्र का वर्णन कीजिए।
  101. प्रश्न- वुचरेरिया बैन्क्रोफ्टाई के वितरण, स्वभाव, आवास तथा जीवन चक्र का वर्णन कीजिए।
  102. प्रश्न- जिआर्डिया पर एक विस्तृत लेख लिखिए।
  103. प्रश्न- एण्टअमीबा हिस्टोलायटिका की संरचना, जीवन-चक्र, रोगजन्यता एवं नियंत्रण का वर्णन कीजिए।
  104. प्रश्न- अफ्रीकी निद्रा रोग क्या है? यह कैसे होता है? इसके संचरण एवं रोगजनन को समझाइए। इस रोग के नियंत्रण के उपाय बताइए।
  105. प्रश्न- फाइलेरिया क्या है? इसके रोगजनकता एवं लक्षणों तथा निदान का वर्णन कीजिए।
  106. प्रश्न- जिआर्डिया के प्रजनन एवं संक्रमित रोगों का विस्तार से वर्णन कीजिए।
  107. प्रश्न- जिआर्डिया में प्रजनन पर टिप्पणी लिखिए।
  108. प्रश्न- जिआर्डिया पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

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